एक शराबी की कहानी
Story Of a Drunker
एक रामु नाम का किसान था। उसकी आर्थिक स्थिति बहुत ही दयनीय थी। कभी कभी तो ऐसा भी समय आता था जब उसके परिवार को भूके पेट ही सोना पढता था। रामु के परिवार में रामु के अलावा उसकी माँ और पत्नी सुलोचना थी। सुलोचना रामु से बहुत प्यार करती थी। वह एक पतिव्रता नारी थी। वह दिन रात एक करके पैसे इकट्ठा करती थी जिससे की उनको एक वक्त का भोजन मिल सके लेकिन रामु अपनी शराब की लत के कारन वह पैसे उससे छीन लेता था। रामु की शराब की लत इतनी बढ़ गयी थी कि वह शराब के लिए कुछ भी कर सकता था। वह रोज अपनी पत्नी सुलोचना को पीटता था।
शराबी की पत्नी की कहानी
सुलोचना रामु को कई बार समझती थी की शराब की लत सेहद के लिए हानिकारक है। लेकिन रामु उसकी एक नहीं सुनता था। वह शराब का इतना अदि होगया था की अगर कोई उसे शराब के लिए किसी का खून करने को कहे तो वह वो भी करदेगा।
कुछ दिनों बाद उसकी पत्नी सुलोचना बीमार होगयी। डॉक्टर के पास ले जाने पर डॉक्टर ने रामु को बताया की उसकी पत्नी सुलोचना को ब्लड कैंसर है। डॉक्टर की बात सुनते ही रामु के कदमो तले जमीन खिसक गयी। सुलोचना ही उसके परिवार का एक मात्रा आधार थी।
जब सुलोचना को इस बात का पता चला तो वह रोने लगी कि उसके जीवन के कुछ दिन ही शेष है। लेकिन सुलोचना को इस बात की भी चिंता थी कि उसकी मृत्यु के बाद उसने परिवार को कौन संभालेगा। कैंसर की बिमारी के बावजूद सुलोचना मजदूरी करने के लिए जाती थी।
सुलोचना की हिम्मत को देखकर रामु के होश उड़ गए। उसने तभी नीचे किया कि वह अभी से शराब का सेवन नहीं करेगा। वह किसी भी हाल में अपनी पत्नी सुलोचना को बचाके ही रहेगा। चाहे उसे इसके लिए कुछ भी करना पड़े।
शराबी रामु की कहानी
रामु ने शराब का सेवन बंद कर दिया। वह पैसे इकट्ठा करने के लिए दिन रात खेतों में काम करता। तब उसे पता चला की जीवन का मूल्य क्या है। रामु के मन में अपनी पत्नी के प्रति प्रेम का एक ऐसा लावा उठा जिसने उसके जीवन को ही बदल कर रख दिया।
रामु ने इतनी मेहनत की और इतनी पैसे इकट्ठा किये की जिससे उसकी पत्नी का ऑपरेशन किया जा सके। सुलोचना को ऑपरेशन करके बचालिया गया।
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