10/09/2019

BROTHER AND SISTER STORY IN HINDI भाई ओर बहन की कहानी

BROTHER AND SISTER STORY IN HINDI
भाई ओर बहन की कहानी 

इस कहानी के पात्र राकेश और गौरी हैं। राकेश अपनी बहन गौरी से बहुत प्रेम करता है, और गौरी भी अपने भाई राकेश से बहुत प्यार करती है।  राकेश की उम्र 17 साल है और गौरी की उम्र 15 साल।  दोनों एक ही कॉलेज में पढ़ते थे। राकेश जब कभी अपनी बहन से कुछ  करने को कहता तो वह  कभी अपने भाई को मना नहीं करती थी, नाही कभी राकेश मना करता था। 


एक दिन दोनों भाई बहन कॉलेज से घर वापस आ रहे थे। अचानक गौरी रास्ते में गिर पड़ती है और बेहोश हो  जाती हैं। राकेश गौरी की यह हालत देखकर घबरा जाता है, और रोने लगता है। वह अपनी बहन को उठाकर पेड़ के निचे छाँव में ले जाता है। उसके मुँह पर पानी मारकर उसे जगाने की कोशिश करता है। कुछ समय बीतने के बाद गौरी को होश आता है। गौरी अपने भाई की यह हालत देखकर रोने लगती है। 

हे भगवान,मेरी दुआओ में असर इतना रहे,
मेरी बहन का दामन हमेशा भरा रहे। 
                                                                                               --- एक भाई 



कुछ दिनों बाद भी गौरी कुछ इसी तरह गिरकर बेहोश हो जाती है। तब राकेश अपनी बहन को अस्पताल ले जाता है और उसका इलाज करवाता है। डॉक्टर गौरी का चेक आप करने के बाद राकेश को अपने केबिन में बुलाता हैं। तभी डॉक्टर राकेश को बताता है कि गौरी के दिल में छेद है। यह बात सुनते ही राकेश रोने लगता है। लेकिन डॉक्टर उसे समझाता है कि अगर तुम इस तरह रोने लगोगे तो तुम्हारी बहन को सदमा लग सकता है और उसे दिल का दौरा भाी पड़ सकता है। यह बात सुनते ही राकेश अपने आँसू पोंछ लेता है और मुस्कुराता हुआ केबिन से बहार आता है। 


राकेश, गौरी को इस बात की भनक तक नहीं लगने देना चाहता है लेकिन राकेश यह भी जानता है कि गौरी के पास ज्यादा समय नहीं है। राकेश अंदर ही अंदर रोते रहता है। राकेश डॉक्टर के पास मिलने के लिए जाता है और डॉक्टर से पूछता है कि क्या मैं अपना दिल अपनी बहन गौरी दे सकता हूँ। डॉक्टर यह बात सुनकर भावुक हो जाता है। डॉक्टर राकेश को बहुत समझाता है पर राकेश डॉक्टर की कोई भी बात नहीं मानता है।  राकेश  किसी भी कीमत पर अपनी बहन गौरी को बचाना चाहता है। वह अपनी जान देकर भी अपनी बहन की जान बचाना चाहता है। 


राकेश जब डॉक्टर के पास जाकर वापस लौटता है तब गौरी  राकेश से कई सवाल पूछती है पर राकेश गौरी के किसी भी सवाल का जवाब नहीं देता है। गौरी के ज्यादा पूछने पर राकेश गौरी को डांट देता है। राकेश सोच विचार कर एक निर्णय लेता है कि उसके मरने के बाद उसकी बहन को उसकी मौत का गम नहीं होना चाहिए। तभी से वह अपनी बहन से बात करना बंद कर देता है। गौरी के पूछने पर उसे डांट देता है। राकेश शराब का सेवन करने लगता है। तभी से गौरी भी राकेश से नाराज़ रहने लगती हैं। 


कुछ दिनों बाद राकेश फिर से डॉक्टर के पास जाता है,और डॉक्टर से ऑपरेशन की तैयारी करने को कहता है। गौरी को अस्पताल लाया जाता है। डॉक्टर राकेश का ऑपरेशन करता है और गौरी को राकेश का दिल लगाकर गौरी की जान बचालेता हैं। 


कुछ दिनों बाद जब गौरी अपने भाई राकेश को अपने आस पास नहीं देखती। तब वह डॉक्टर से पूछती है कि मेरा भाई राकेश कहा हैं। डॉक्टर के पास गौरी के किसी भी सवाल का जवाब नहीं होता है। गौरी के ज्यादा जोर देने पर डॉक्टर गौरी सब कुछ बता देता है। राकेश का शराब का सेवन करना गौरी से लड़ाई करना मात्र एक नाटक ही था और कुछ नहीं। वह सब कुछ गौरी की भलाई के लिए ही कर रहा था। डॉक्टर कहता है कि तुम्हारे भाई राकेश ने तुम्हारी जान बचाने के लिए उसका दिल तुम्हे दे दिया है। डॉक्टर की यह बात सुनते ही गौरी फुट फुट कर रोने लगती हैं। 


तो दोस्तों यह भाई बहन की कहानी आप लोगों को कैसी लगी, आपके कमेंट के माध्यम से बताये। आपका एक कमेंट हमें कुछ नया लिखने की प्रेरणा देता है। 


धन्यवाद  

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